आंगनवाड़ी केन्द्रों पर बच्चों को हरी सब्जियां और फल उपलब्ध हो सकें, इसके लिए प्रत्येक जिले में चयनित आंगनवाड़ी केन्द्रों में किचन गार्डन बनाये जा रहे हैं। इसका उद्देश्य पोषण आहार में सब्जियों खासकर पत्तेदार सब्जियों और फल को शामिल कराकर उनके पोषण स्तर में सुधार लाना है। आदर्श आंगनवाड़ी केन्द्रों में किचन गार्डन विकसित करने हेतु ऐसे आंगनवाड़ी केन्द्रों का चयन किया गया है जहां स्वयं के भवन उपलब्ध हों तथा पर्याप्त स्थान, पानी तथा फेंसिंग भी उपलब्ध हो। इसके लिए उद्यानिकी विभाग से समन्वय कर फल एवं सब्जियों के निःशुल्क बीज/पौधे प्राप्त करने की कार्यवाही की गई है और पौधों को लगाने के उपरांत पर्याप्त पानी की उपलब्धता तथा पौधों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके, यह व्यवस्था की गई है। समुदाय से बीज/पौधे, पानी की उपलब्धता तथा पौधो/पेड़ो की सुरक्षा हेतु भागीदारी भी सुनिश्चित की जा रही है। उगाई गई सब्जियों का उपयोग आंगनवाड़ी केन्द्रों में प्रदायित ताजा गर्म पका खाने (हाॅट कुक मील) में एवं लगाए गए फल तथा सलाद बच्चों को खाने हेतु दिये जा रहे हो। किचन गार्डन हेतु निम्नानुसार पौधे लगाए जाने का प्रयास किया जा रहा है: हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे — पालक, मैथी, लालभाजी, हरीप्याज, धनिया, पुदीना, मूली आदि। कद्दू, लौकी, बैगन, टमाटर, गाजर, खीरा, नींबू, मटर, चना, बरबटी, भिण्डी, पत्ता गोभी, फूल गोभी, मुन्गा (सुरजना/सहजन), चुकन्दर, भुट्टे, मूंगफली आदि। फल — पपीता, अमरूद, संतरा, चीकू, अनार, केला आदि।
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