भोपाल। ‘‘महिला एवं बाल विकास विभाग महिलाओं के सामाजिक, आर्थिक विकास, स्थ्वास्थ्य एवं पोषण स्तर में सुधार तथा महिलाओं के संवैधानिक हितों की रक्षा एवं उनके सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। साथ ही बच्चों के शारीरिक, मानसिक विकास एवं उन्हें कुपोषण से मुक्त करने के लिए आँगनवाड़ी केन्द्रों के माध्यम से निरंतर बेहतर व गुणवत्तापूर्ण संदर्भ सेवाएं उपलब्ध करा रहा है। स्वस्थ्य भारत प्रेरक राष्ट्रीय पोषण मिशन, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान तथा बच्चों को सुपोषित करने के लिए जन-जागरुकता के माध्यम से महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं।’’ उक्त उद्गार डाॅ. अशोक कुमार भार्गव, आयुक्त संचालनालय महिला एवं बाल विकास ने स्वस्थ्य भारत प्रेरकों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में पोषण अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु भारत सरकार, महिला एवं बाल विकास, मंत्रालय एवं टाटा ट्रस्ट द्वारा प्रदेष के चयनित जिलों में स्वस्थ्य भारत प्रेरक नियुक्त किये गये हैं। संचालनालय महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा दिनांक 23 से 25 जुलाई 2018 तक इन स्वस्थ्य भारत प्रेरकों का तीन दिवसीय उन्मुखीकरण प्रशिक्षण आयोजित किया गया था।
डाॅ. अशोक कुमार भार्गव ने कहा कि हमारी प्राथमिकता है कि निष्चित समय सीमा में कुपोषण के कुछ इंडीकेटरर्स में कमी लाई जाये। इसलिए राष्ट्रीय पोषण मिशन, जो कि अब पोषण अभियान के नाम से जाना जा रहा है, की शुरूआत की गई है। उन्होंने सभी स्वस्थ्य भारत प्रेरकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि निष्चित ही आप अपने-अपने जिलों में नये विचार, उर्जा, उत्साह व सक्रिय सहयोग से कार्य करेंगें जो पोषण अभियान के वांछित लक्ष्यों की प्राप्ति में सहायक होगा।
इस अवसर पर संयुक्त संचालक (पोषण अभियान) श्री महेन्द्र द्विवेदी ने कहा कि पोषण अभियान, देश से कुपोषण को दूर करने के लिए जीवनचक्र एप्रोच अपनाकर चरणबद्ध ढंग से चलाये जाने वाला परिणामोन्मुखी मिशन है। पोषण अभियान के प्रथम चरण में मध्यप्रदेश के 37 जिलों (शाजापुर एवं आगर को एक ही जिला मानते हुए) की 326 बाल विकास परियोजनाओं के कुल 70,866 आँगनवाड़ी केन्द्रों को शामिल किया गया है। वर्ष 2019-20 तक प्रदेश के शेष जिलों की परियोजनाओ एवं आँगनवाड़ी केन्द्रों को भी मिशन में सम्मिलित किया जावेगा। उन्होंने बताया कि पोषण अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु भारत सरकार, महिला एवं बाल विकास, मंत्रालय एवं टाटा ट्रस्ट के मध्य डवन् किया गया है, इसके तहत टाटा ट्रस्ट द्वारा जिला स्तर पर स्वस्थ्य भारत प्रेरक नियुक्त किये जावेंगें। यह स्वस्थ्य भारत प्रेरक भारत की शीर्ष प्रबंधन संस्थाओं एवं अभियांत्रिकी संस्थाओं से उपाधि प्राप्त युवा है।
अभी तक मध्यप्रदेश के कुल 19 जिलों में टाटा ट्रस्ट द्वारा स्वस्थ्य भारत प्रेरक नियुक्त किये गये हैं। उक्त उन्मुखीकरण प्रशिक्षण में स्वस्थ्य भारत प्रेरकों को महिला एवं बाल विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं, पोषण अभियान के विभिन्न घटकों के बारे में जानकारी दी गई।